
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री लिरिक्स
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री ,
दो सब को ये पैगाम घर घर जाओ री
कौशल्या रानी को सब दो बधाई,
माता केकई को सब दो बधाई,
माता सुमित्रा को सब दो बधाई,
आई रे बड़ी शुभ घड़ी आई,
देखो प्रगटे है चारो लाल मन हर्षायो री
सारे नगर में बाजे बधाई,
आज अयोद्या में बजे बधाई,
आई रे बड़ी शुभ घड़ी आई ,
सावन की जैसे बरसा छाई,
पावन है दिन का भाग, दिप झलाओ री
बँधन बार बंधाओ घर घर मे,
देव ऋषि हरसे अम्बर में,
भक्तो के पुराण काम खुशिया मनाओ री,
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री
जन्मे अवध में राम मंगल गाओ री