
Top 10 Devkinandan Bhajan Lyrics
1. मेरे कष्ट तू मिटा दे दुनिया बनाने वाले लिरिक्स
मेरे कष्ट तू मिटा दे,
दुनिया बनाने वाले,
यह डोर जिंदगी की,
मेरे श्याम के हवाले ॥
मेरा ना और कोई,
इस जग में आसरा है,
मुझको तलाश तेरी,
नैनो में सांवरा है,
दर्शन की आरजू है,
गैया चराने वाले,
मेरे कष्ट तु मिटा दे,
दुनिया बनाने वाले ॥
दुनिया है मेरी वीरान,
मझदार में है नैया,
आजा ओ माझी बन कर,
मेरी नाव के खिवईया,
साँसों में तुम बसे हो,
दिल में समाने वाले,
मेरे कष्ट तु मिटा दे,
दुनिया बनाने वाले ॥
जन्नत में भेज चाहे,
दोज़ख में भेज दे,
हम तो तेरे दीवाने,
इक बार देख ले तू,
हम को नहीं है परवाह,
मुरली बजाने वाले,
मेरे कष्ट तु मिटा दे,
दुनिया बनाने वाले ॥
कण कण में व्यापत है तू,
कहता है यह ज़माना,
अब मेरी बारी आयी,
करते हो क्यों बहाना,
मानूंगा मैं तो जब ही,
अपने गले लगाले,
मेरे कष्ट तु मिटा दे,
दुनिया बनाने वाले ॥
मेरे कष्ट तू मिटा दे,
दुनिया बनाने वाले,
यह डोर जिंदगी की,
मेरे श्याम के हवाले ॥
2. पत्थर की राधा प्यारी पत्थर के कृष्ण मुरारी लिरिक्स
पत्थर की राधा प्यारी,
पत्थर के कृष्ण मुरारी,
पत्थर से पत्थर घिस कर,
पैदा होती चिंगारी,
पत्थर की नारी अहिल्या,
पग से श्री राम ने तारी,
पत्थर के मठ में बैठी,
मां मेरी शेरा वाली,
पत्थर की राधा प्यारीं,
पत्थर के कृष्ण मुरारी ॥
चौदह बरस वनवास को भेजा,
राम लखन सीता को पत्थर,
रख सीने पे दशरथ ने,
पुत्र जुदाई का एक पत्थर,
सहा देवकी मां ने कैसी,
लीला रचायी कुदरत ने,
पत्थर धन्ने के मिला,
जिसमे ठाकुर बसा,
पत्थर के जगह जगह पर,
भोले भंडारी,
पत्थर की राधा प्यारीं,
पत्थर के कृष्ण मुरारी ॥
लै हनुमान गये जो पत्थर,
राम लिखा पत्थर पर पत्थर,
पानी बीच बहाये,
बह गये पत्थर पानी पे,
देखा जब सेना ने मेरे,
राम बहूत हरषाये,
सेतु बांध बना,
पत्थर पानी तरा,
जिसकी है पूजा करती,
दुनिया यह सारी,
पत्थर की राधा प्यारीं,
पत्थर के कृष्ण मुरारी ॥
हनुमान जो लाये पत्थर,
संजीवनी लै आये सारे,
वीर पुरुष हरषाये,
वही पत्थर बृज भूमि में,
गोवर्धन कहलाये जो है,
उंगली बीच उठाए,
पत्थर धन्ने के मिला,
जिसमे ठाकुर बसा,
पत्थर के जगह जगह पर,
भोले भंडारी,
पत्थर की राधा प्यारीं,
पत्थर के कृष्ण मुरारी ॥
पत्थर की राधा प्यारी,
पत्थर के कृष्ण मुरारी,
पत्थर से पत्थर घिस कर,
पैदा होती चिंगारी,
पत्थर की नारी अहिल्या,
पग से श्री राम ने तारी,
पत्थर के मठ में बैठी,
मां मेरी शेरा वाली,
पत्थर की राधा प्यारीं,
पत्थर के कृष्ण मुरारी ॥
3. प्रीत मोहन से की इस भरोसे पे की लिरिक्स
प्रीत मोहन से की,
इस भरोसे पे की,
चार दिन जिंदगी के,
गुजर जायेंगे,
क्या भरोसा था,
ये वक़्त भी आएगा
वादा करके वो,
हमसे मुकर जायेंगे ॥
कल जो राहो में वो,
इत्तिफाकन मिले,
सुन के अरजो तमन्ना,
वो शर्मा गए,
मुस्कुरा के कहा,
रास्ता छोड़ दो,
हमको जल्दी है हम,
अपने घर जाएंगे ॥
प्रित मोहन से की,
इस भरोसे पे की,
चार दिन जिंदगी के,
गुजर जायेंगे,
क्या भरोसा था,
ये वक़्त भी आएगा
वादा करके वो,
हमसे मुकर जायेंगे ॥
ये मिली है खबर,
घर से निकले है श्याम,
अब जाने ना जाने,
कहा जायेंगे,
बा वफा है तो वो,
मेरे घर आएँगे,
बेवफा है तो कुब्जा के,
घर जायेंगे।
प्रित मोहन से की,
इस भरोसे पे की,
चार दिन जिंदगी के,
गुजर जायेंगे,
क्या भरोसा था,
ये वक़्त भी आएगा
वादा करके वो,
हमसे मुकर जायेंगे।।
ऐ मेरे दिल तू,
मान जा मान जा,
श्याम है बेवफा,
उनसे दिल ना लगा,
वो आयेंगे आकर,
चले जायेंगे,
तेरी प्रीत को बदनाम,
कर जायेंगे ॥
प्रीत मोहन से की,
इस भरोसे पे की,
चार दिन जिंदगी के,
गुजर जायेंगे,
क्या भरोसा था,
ये वक़्त भी आएगा
वादा करके वो,
हमसे मुकर जायेंगे ॥
4. इक दिन वो भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी लिरिक्स
इक दिन वो भोले भंडारी,
बन करके ब्रज की नारी,
ब्रज/वृंदावन में आ गए ।
पार्वती भी मना के हारी,
ना माने त्रिपुरारी,
ब्रज में आ गए ।
पार्वती से बोले,
मैं भी चलूँगा तेरे संग में
राधा संग श्याम नाचे,
मैं भी नाचूँगा तेरे संग में
रास रचेगा ब्रज मैं भारी,
हमे दिखादो प्यारी, ब्रज में आ गए ।
इक दिन वो भोले भंडारी ॥
ओ मेरे भोले स्वामी,
कैसे ले जाऊं अपने संग में
श्याम के सिवा वहां,
पुरुष ना जाए उस रास में
हंसी करेगी ब्रज की नारी,
मानो बात हमारी, ब्रज में आ गए ।
इक दिन वो भोले भंडारी ॥
ऐसा बना दो मोहे,
कोई ना जाने एस राज को
मैं हूँ सहेली तेरी,
ऐसा बताना ब्रज राज को
बना के जुड़ा पहन के साड़ी,
चाल चले मतवाली, ब्रज में आ गए ।
इक दिन वो भोले भंडारी ॥
हंस के सत्ती ने कहा,
बलिहारी जाऊं इस रूप में
इक दिन तुम्हारे लिए,
आये मुरारी इस रूप मैं
मोहिनी रूप बनाया मुरारी,
अब है तुम्हारी बारी, ब्रज में आ गए ।
इक दिन वो भोले भंडारी ॥
देखा मोहन ने,
समझ गये वो सारी बात रे
ऐसी बजाई बंसी,
सुध बुध भूले भोलेनाथ रे
सिर से खिसक गयी जब साड़ी,
मुस्काये गिरधारी, ब्रज में आ गए ।
इक दिन वो भोले भंडारी...॥
दीनदयाल तेरा तब से,
गोपेश्वर हुआ नाम रे
ओ भोले बाबा तेरा,
वृन्दावन बना धाम रे
भक्त कहे ओ त्रिपुरारी,
राखो लाज हमारी, ब्रज में आ गए ।
इक दिन वो भोले भंडारी,
बन करके ब्रज की नारी,
ब्रज में आ गए ।
पार्वती भी मना के हारी,
ना माने त्रिपुरारी,
ब्रज में आ गए ।
5. मेरा मन पंछी ये बोले उड़ वृन्दावन जाऊँ भजन लिरिक्स
मेरा मन पंछी ये बोले,
उड़ वृन्दावन जाऊँ,
बृज की लता पता में,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
श्यामा-श्यामा गाऊँ ॥
वृन्दावन की महिमा प्यारे,
कोई ना जाने,
प्रेम नगरिया मनमोहन की,
प्रेमी पहचाने,
वृन्दावन के महिमा प्यारे,
कोई ना जाने,
प्रेम नगरिया मनमोहन की,
प्रेमी पहचाने,
बृज गलियों में झूम-झूम के,
बृज गलियों में झूम-झूम के,
मन की तपन बुझाऊँ,
बृज की लता पता में,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
श्यामा-श्यामा गाऊँ ॥
निधिबन जी में जहाँ कन्हैया,
रास रचाते है,
प्रेम भरी अपनी बाँसुरिया,
आप बजाते है,
निधिबन जी में जहाँ कन्हैया,
रास रचाते है,
प्रेम भरी अपनी बाँसुरिया,
आप बजाते है,
राधा संग नाचे साँवरिया,
राधा संग नाचे साँवरिया,
दर्शन करके आऊँ,
बृज की लता पता में,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
श्यामा-श्यामा गाऊँ ॥
छेल छबीले कृष्ण पीया तेरी,
याद सताती है,
कुहु कुहु कर काली कोयल,
मन तड़पाती है,
छेल छबीले कृष्ण पीया तेरी,
याद सताती है,
कुहु कुहु कर काली कोयल,
मन तड़पाती है,
छीन लिया सब तूने मेरा,
छीन लिया सब तूने मेरा,
यार कहाँ अब जाऊँ,
बृज की लता पता में,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
श्यामा-श्यामा गाऊँ ॥
राधे राधे जपले मनवा,
दुःख मीट जायेंगे,
राधा राधा सुनके कान्हा,
दौड़े आयेंगे,
राधे राधे जपले मनवा,
दुःख मीट जायेंगे,
राधा राधा सुनके कान्हा,
दौड़े आयेंगे,
प्यारे राधा रमण तुम्हारे,
प्यारे राधा रमण तुम्हारे,
चरणों में रम जाऊँ,
बृज की लता पता में,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
श्यामा-श्यामा गाऊँ ॥
मेरा मन पंछी ये बोले,
उड़ वृन्दावन जाऊँ,
बृज की लता पता में,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
मैं राधे-राधे गाऊँ,
श्यामा-श्यामा गाऊँ ॥
6. श्री गोवर्धन महाराज महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो लिरिक्स
श्री गोवर्धन महाराज महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो ॥
तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े,
तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े,
तोपे चढ़े दूध की धार, ओ धार,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो,
श्री गोंवर्धन महाराज महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो ॥
तेरे कानन कुंडल साज रहे,
तेरे कानन कुंडल साज रहे,
ठोड़ी पे हिरा लाल, ओ लाल,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो,
श्री गोंवर्धन महाराज महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो ॥
तेरे गले में कंठा सोने को,
तेरे गले में कंठा सोने को,
तेरी झांकी बनी विशाल, विशाल,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो,
श्री गोंवर्धन महाराज महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो ॥
तेरी सात कोस की परिक्रमा,
तेरी सात कोस की परिक्रमा,
और चकलेश्वर विश्राम, विश्राम,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो,
श्री गोंवर्धन महाराज महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो ॥
श्री गोवर्धन महाराज महाराज,
तेरे माथे मुकुट विराज रह्यो ॥
7. हर घड़ी याद तेरी आये सौतन बनके लिरिक्स
हर घड़ी याद तेरी आये सौतन बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके ॥
इक जमाना था बुलाने से चला आता था,
मुझको कण कण में तेरा चेहरा नजर आता था,
टूट गई मैं तेरे चेहरे का दर्पण बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके,
हर घड़ी याद तेरी आये सोतन बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके ॥
शीशे जैसा मेरा दिल था जो तूने तोड़ दिया,
मुझको लगता है किसी और से दिल जोड़ लिया,
अब तो हर रात मुझे ढसती है नागिन बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके,
हर घड़ी याद तेरी आये सोतन बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके ॥
दर्द अब दिल का बढ़ाने से भला क्या होगा,
श्याम जो रूठा साथ छूटा अब कहाँ होगा,
श्याम ब्रिज वास करूँ फिरती हूँ बावरी बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके,
हर घड़ी याद तेरी आये सौतन बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके ॥
हर घड़ी याद तेरी आये सौतन बनके,
मैं फिरूँ श्याम तेरे नाम की जोगन बनके ॥
8. लाल समझाए ले मैया है नटखट तेरो कन्हैया लिरिक्स
लाल समझाए ले मैया,
है नटखट तेरो कन्हैया,
आज मोहे छेड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री,
आज मोहे छेड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री ॥
झटकी चुनरिया लचका,
गयो है कमरिया,
मांगे दधि को दान कान्हा,
बिच ही डगरिया,
श्याम ने आय के घेरी,
कलाई पकड़ी मेरी,
बहियाँ मरोड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री,
आज मोहे छेड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री ॥
चोरी चोरी करे घर घर छेला,
नेक लाज आवे ना,
सिर पे चढायो तेने,
नेक समझावे ना,
सांवरो गिरवर धारी,
चोर है मदन मुरारी,
सजन चित चोर गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री,
आज मोहे छेड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री ॥
बांकी अदा पे लूट गई,
मैं तो श्याम प्यारे की,
दिल में बसी सुरतिया,
तेरे कनुवा कारे की,
रही ना सुध बुध तन की,
दशा ऐसी भई मन की,
तड़पती छोड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री,
आज मोहे छेड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री ॥
लाल समझाए ले मैया,
है नटखट तेरो कन्हैया,
आज मोहे छेड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री,
आज मोहे छेड़ गयो री,
मटुकिया फोड़ गयो री ॥
9. तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया भजन लिरिक्स
तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया,
मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में ॥
रंग बदलती इस दुनिया में,
कोई किसी का यार नहीं,
मतलब की है दुनिया सारी,
बिन मतलब व्यव्हार नहीं,
हार गया हूँ मैं मन मोहन,
हार गया हूँ मैं मन मोहन,
प्यार के इस व्यापार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
तेरे नाम की औढ़ चुनरिया,
मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में ॥
कभी तो कोई आँख दिखावे,
कोई गले लगाता है,
मतलब की इस दुनिया में तो,
सुख दुःख आता जाता है,
धुप छांव पग पग पर मिलती,
सुख दुःख आता जाता है,
जित की मुझको ख़ुशी नहीं है,
जित की मुझको ख़ुशी नहीं है,
और रंज नहीं है हार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
तेरे नाम की औढ़ चुनरिया,
मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में ॥
तेरे नाम की ओढ़ चुनरिया,
मैं तो नाचू बीच बाजार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में,
ऐसी हालत होगी मेरी,
कान्हा तेरे प्यार में ॥
10. पधारो राधा संग सरकार खुले है मन मंदिर के द्वार लिरिक्स
पधारो राधा संग सरकार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
पधारो राधा संग सरकार,
खुले है मन मंदिर के द्वार ॥
यमुना के तट पे मै दौड़ी आऊं,
तेरा दर्शन नित प्रति पाऊं,
कर दर्शन में तेरो प्यारे,
कर दर्शन में तेरो प्यारे,
पुनि पुनि होत निहाल,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
पधारों राधा संग सरकार,
खुले है मन मंदिर के द्वार ॥
कबसे बाट मै जोए रही हूँ,
तुम संग नैह लगाए रही हूँ,
आजा मोहन रसिया आजा,
आजा मोहन रसिया आजा,
मत करवा इंतजार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
पधारों राधा संग सरकार,
खुले है मन मंदिर के द्वार ॥
युगल छवि की अँखियाँ प्यासी,
दर्शन देजा ओ ब्रज वासी,
तुम बिन सुना सुना लागे,
तुम बिन सुना सुना लागे,
ये सारा संसार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
पधारों राधा संग सरकार,
खुले है मन मंदिर के द्वार ॥
पधारो राधा संग सरकार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
खुले है मन मंदिर के द्वार,
पधारो राधा संग सरकार,
खुले है मन मंदिर के द्वार ॥
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