Top 15 Narendra Chanchal Bhajan Lyrics | नरेंद्र चंचल भजन लिरिक्स

Narendra Chanchal Bhajan Lyrics

Top 15 Narendra Chanchal Bhajan Lyrics


1. नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ इक तेरा पुजारी लिरिक्स


नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥

तेरा पुजारी मैया तेरा पुजारी,
नंगे नंगे पांव चल आ गया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥

हाथो में लेकर गंगा जल गागर,
हाथो में लेकर गंगा जल गागर,
श्रधा से स्नान करा गया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥

लाल लाल चोला किनारी गोटे वाला,
लाल लाल चोला किनारी गोटे वाला,
लाल लाल चुनरी ओड़ा गया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥

चांदी की कटोरी में केसर घोल के,
चांदी की कटोरी में केसर घोल के,
माथे पे तिलक गया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥

चंपा चमेली गुलाब जूही गेंदा,
चंपा चमेली गुलाब जूही गेंदा,
पुष्पों की माला पहना गया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥

तेरा पुजारी मैया तेरा पुजारी,
नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ,
इक तेरा पुजारी ॥


2. भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे लिरिक्स


भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,
हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ॥

हे दरबारा वाली आरती जय माँ ।
ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

काहे दी मैया तेरी आरती बनावा,
काहे दी पावां विच बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ ॥

सुहे चोलेयाँ वाली आरती जय माँ ।
हे माँ पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

सर्व सोने दी आरती बनावा,
अगर कपूर पावां बाती,
मंदिर विच आरती जय माँ ॥

हे माँ पिंडी रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

कौन सुहागन दिवा बालेया मेरी मैया,
कौन जागेगा सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ ॥

सच्चिया ज्योतां वाली आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

सर्व सुहागिन दिवा बलिया मेरी अम्बे,
ज्योत जागेगी सारी रात,
मंदिर विच आरती जय माँ ॥

हे माँ त्रिकुटा रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

जुग जुग जीवे तेरा जम्मुए दा राजा,
जिस तेरा भवन बनाया,
मंदिर विच आरती जय माँ ॥

हे मेरी अम्बे रानी आरती जय माँ ।
हे पहाड़ा वाली आरती जय माँ ॥

सिमर चरण तेरा ध्यानु यश गावे,
जो ध्यावे सो, यो फल पावे,
रख बाणे दी लाज,
मंदिर विच आरती जय माँ ॥

सोहनेया मंदिरां वाली आरती जय माँ ॥


3. मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे इतना दिया मेरी माता लिरिक्स


मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे,
इतना दिया मेरी माता ।
मेरी बिगड़ी माँ ने बनायीं,
सोयी तकदीर जगायी,
ये बात ना सुनी सुनाई,
मैं खुद बीती बतलाता रे,
इतना दिया मेरी माता,
मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे इतना दिया मेरी माता ॥

मान मिला सम्मान मिला,
गुणवान मुझे संतान मिली,
धन धान मिला नित ध्यान मिला,
माँ से ही मुझे पहचान मिली
घरबार दिया मुझे माँ ने,
बेशुमार दिया मुझे माँ ने,
हर बार दिया मुझे माँ ने,
जब जब मैं माँगने जाता मुझे इतना दिया मेरी माता,
मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता ॥

मेरा रोग कटा मेरा कष्ट मिटा,
हर संकट माँ ने दूर किया,
भूले से कभी जो गुरुर किया,
मेरे अभिमान को चूर किया,
मेरे अंग संग हुई सहाई,
भटके को राह दिखाई,
क्या लीला माँ ने रचाई,
मैं कुछ भी समझ ना पाता इतना दिया मेरी माता,

मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता ॥
उपकार करे भव पार करे,
सपने सब के साकार करे,
ना देर करे माँ मेहर करे,
भक्तो के सदा भंडार भरे,
महिमा निराली माँ की,
दुनिया है सवाली माँ की,
जो लगन लगा ले माँ की,
मुश्किल में नहीं घबराता रे इतना दिया मेरी माता,
मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता ॥

कर कोई जतन ऐ चंचल मन,
तू होके मगन चल माँ के भवन,
पा जाये नयन पावन दर्शन,
हो जाये सफल फिर ये जीवन,
तू थाम ले माँ का दामन,
ना चिंता रहे ना उलझन,
दिन रात मनन कर सुमिरन,
चाकर माँ कहलाता इतना दिया मेरी माता,
मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता ॥

मेरी झोली छोटी पड़ गई रे,
इतना दिया मेरी माता।
मेरी बिगड़ी माँ ने बनायीं,
सोयी तकदीर जगायी,
ये बात ना सुनी सुनाई,
मैं खुद बीती बतलाता रे,
इतना दिया मेरी माता,
मेरी झोली छोटी पड़ गयी रे इतना दिया मेरी माता ॥


4. मीठी मीठी ताली जय मैया शेरावाली लिरिक्स


मीठी मीठी ताली,
जय मैया शेरावाली,
मैया शेरावाली,
जय मैया शेरावाली,
मीठी मीठीं ताली,
जय मैया शेरावाली ॥

दया की देवी दयालु बड़ी है,
ज्योति में ज्योतावाली खड़ी है,
मैया है भोली भाली,
जय मैया शेरावाली,
मीठीं मीठीं ताली,
जय मैया शेरावाली ॥

भक्तों के हर काम करती भवानी,
माँ जैसा दुनिया में कोई ना दानी,
सब को देने वाली,
जय मईया शेरावाली,
मीठीं मीठीं ताली,
जय मैया शेरावाली ॥

हर दिल को समझे माँ हर दिल की जाने,
हर दिल की पीड़ा को दाती पहचाने,
ऐसी है मेहरावाली,
जय मईया शेरावाली,
मीठीं मीठीं ताली,
जय मैया शेरावाली ॥

अपनी मर्जी से कोई ना आए,
आए वो ही जिसको मैया बुलाए,
जाए ना कोई खाली,
जय मईया शेरावाली,
मीठीं मीठीं ताली,
जय मैया शेरावाली ॥

सुन्दर गुफाओं में दाती का डेरा,
ठंडी हवाओ में माँ का बसेरा,
बागों की हरियाली,
जय मईया शेरावाली,
मीठीं मीठीं ताली,
जय मैया शेरावाली ॥

मीठी मीठी ताली,
जय मैया शेरावाली,
मैया शेरावाली,
जय मैया शेरावाली,
मीठी मीठीं ताली,
जय मैया शेरावाली ॥


5. मंगल की सेवा सुन मेरी देवा लिरिक्स


मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।
पान सुपारी ध्वजा नारियल,
ले ज्वाला तेरी भेट धरे ।
सुन जगदम्बे न कर विलम्बे,
संतन के भडांर भरे ।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जय काली कल्याण करे ॥

बुद्धि विधाता तू जग माता,
मेरा कारज सिद्व करे ।
चरण कमल का लिया आसरा,
शरण तुम्हारी आन पडे ।
जब-जब भीड पडी भक्तन पर,
तब-तब आप सहाय करे ।
संतन प्रतिपाली सदा खुशाली,
जय काली कल्याण करे ॥

गुरु के वार सकल जग मोहयो,
तरुणी रूप अनूप धरे ।
माता होकर पुत्र खिलावे,
कही भार्या भोग करे ।
शुक्र सुखदाई सदा सहाई,
संत खडे जयकार करे ।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे ॥

ब्रह्मा विष्णु महेश फल लिये,
भेट देन तेरे द्वार खडे ।
अटल सिहांसन बैठी मेरी माता,
सिर सोने का छत्र फिरे ।
वार शनिचर कुमकुम बरणो,
जब लुंकड़ पर हुकुम करे ।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशाली,
जै काली कल्याण करे ॥

खड्ग खप्पर त्रिशुल हाथ लिये,
रक्त बीज को भस्म करे ।
शुम्भ-निशुम्भ को क्षण में मारे,
महिषासुर को पकड दले ।
आदित वारी आदि भवानी,
जन अपने को कष्ट हरे ।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे ॥

कुपित होकर दानव मारे,
चण्ड-मुण्ड सब चूर करे ।
जब तुम देखी दया रूप हो,
पल में सकंट दूर करे ।
सौम्य स्वभाव धरयो मेरी माता,
जन की अर्ज कबूल करे ।
सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे ॥

सात बार की महिमा बणनी,
सब गुण कौन बखान करे ।
सिंह पीठ पर चढी भवानी,
अटल भवन में राज्य करे ।
दर्शन पावे मंगल गावे,
सिद्ध साधक तेरी भेट धरे ।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जै काली कल्याण करे ॥

ब्रह्मा वेद पढे तेरे द्वारे,
शिव शंकर हरी ध्यान धरे ।
इन्द्र कृष्ण तेरी करे आरती,
चंवर कुबेर डुलाय रहे ।
जय जननी जय मातु भवानी,
अटल भवन में राज्य करे ।
संतन प्रतिपाली सदा खुशहाली,
जय काली कल्याण करे ॥

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।
पान सुपारी ध्वजा नारियल,
ले ज्वाला तेरी भेट धरे ॥

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा,
हाथ जोड तेरे द्वार खडे ।
पान सुपारी ध्वजा नारियल,
ले ज्वाला तेरी भेट धरे ॥


6. बता दे पुरवईया भवानी कब आयेगी लिरिक्स


बता दे पुरवईया भवानी कब आयेगी।
भवानी कब आयेगी, दर्श दिखलाएगी॥

मैंने सुना है माँ के आँगन, सुख का सावन बरसे।
कभी कोई ना खली लौटा, महारानी के दर से।
किस्मत के मारो की कब, झोली भर जायेगी॥

डाली चिठ्ठी भेजे संदेसे, कोई जवाब ना आया।
ना मेरे घर आई तू मैया, न ही मुझे बुलाया।
बैठा हूँ मैं इसी भरोसे, कभी तो फेरा पाएगी॥

रोम रोम में बसी भवानी, मैं उस का दीवाना।
उसके दर के सिवा ना कोई, मेरा और ठिकाना।
प्यार से मैया कभी तो मुझको गोदी बीठलाएगी॥

दीपक आशाओं का मेरे कहीं यह बुझ न जाए।
तरस रही हैं आखें मेरी व्याकुल मन घबराए ॥


7. जो शिव को ध्याते है शिव उनके है लिरिक्स


जो शिव को ध्याते है,
शिव उनके है,
जो शिव में खो जाते है,
जो शिव में खो जाते है,
शिव उनके है,
जो शिव को ध्याते हैं,
शिव उनके है ॥

शिव को ना गर्ज कोई,
छोटी बडी बात से,
शिव तो है खुश होते,
भावना की बात से,
मानव है पाते उसे,
निश्चय से जप से,
दानव वरदान लेते,
बरसों के तप से,
जो श्रद्धा दिखाते है,
शिव उनके है,
जो शिव को ध्याते हैं,
शिव उनके है ॥

निष्ठा का दूध और,
जल उनको भाए रे,
मेवा अभिमान का ना,
उनको रिझाए रे,
रावण ने पाई जिनसे,
सोने की लंका है,
उनकी दयालुता पे,
हमको ना शंका है,
जो शिव के हो जाते है,
शिव उनके है,
जो शिव को ध्याते हैं,
शिव उनके है ॥

शिव ही शिवालय में,
शिव ही कैलाश में,
शिव तो है भक्तों के,
मन के विश्वास में,
शिव को ना पाया जाए,
ऊँचे दिमागों से,
बंध जाते प्रेम के,
कच्चे ही धागों से,
जो प्रेम बढ़ाते है,
शिव उनके है,
जो शिव को ध्याते हैं,
शिव उनके है ॥

जो शिव को ध्याते है,
शव उनके है,
जो शिव में खो जाते है,
जो शिव में खो जाते है,
शव उनके है,
जो शिव को ध्याते हैं,
शिव उनके है ॥


8. हे मात मेरी हे मात मेरी लिरिक्स


हे मात मेरी हे मात मेरी,
हे मात मेरी हे मात मेरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥

भव सागर में घिरा पड़ा हूँ,
कामादि गृह में घिरा पड़ा हूँ,
मोहादि जाल में जकड़ा पड़ा हूँ,
हे मात मेरी हे मात मैरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी।।

ना मुझ में बल है ना मुझ में विद्या,
ना मुझ ने भक्ति ना मुझ में शक्ति,
शरण तुम्हारी गिरा पड़ा हूँ,
हे मात मेरी हे मात मैरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥

ना कोई मेरा कुटुम्भ साथी,
ना ही मेरा शरीर साथी,
आप ही उबारो पकड़ के बाहें,
हे मात मेरी हे मात मैरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥

चरण कमल की नौका बनाकर,
मैं पार हूँगा ख़ुशी मनाकर,
यम दूतों को मार भगा कर,
हे मात मेरी हे मात मैरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥

सदा ही तेरे गुणों को गाऊं,
सदा ही तेरे स्वरुप को ध्याऊँ,
नित प्रति तेरे गुणों को गाऊं,
हे मात मेरी हे मात मैरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥

ना मैं किसी का ना कोई मेरा,
छाया है चारो तरफ अँधेरा,
पकड़ के ज्योति दिखा दो रस्ता,
हे मात मेरी हे मात मैरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥

शरण पड़े हैं हम तुम्हारी,
करो ये नैया पार हमारी,
कैसी यह देरी लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मैरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥

हे मात मेरी हे मात मेरी,
हे मात मेरी हे मात मेरी,
कैसी यह देर लगाई है दुर्गे,
हे मात मेरी हे मात मेरी ॥


9. नवरातों के दिन आए है मैया रानी आएगी लिरिक्स


नवरातों के दिन आए है,
मैया रानी आएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी ॥

पहली शैलपुत्री महारानी,
दूजी ब्रम्हचारिणी भवानी,
तीसरी चंद्रघंटा है प्यारी,
चौथी कुष्मांडा महतारी,
पांचवी देवी स्कंदमाता,
पांचवी देवी स्कंदमाता,
सब पे कर्म कमाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी ॥

छठी कात्यायनी वरदाता,
सातवीं कालरात्रि सुखदाता,
आठवीं महागौरी वरदानी,
नवमी सिद्धिदात्री कल्याणी,
सबकी आशा पूरण होगी,
सबकी आशा पूरण होगी,
सबपे कृपा बरसाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी ॥

ये नवराते घर घर में,
भक्तो खुशहाली लाएंगे,
घर घर में जगराते होंगे,
माँ की भेंटें गाएंगे,
‘चंचल’ ज्योतोवाली मैया,
‘चंचल' ज्योतोवाली मैया,
सबके भाग्य जगाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी ॥

नवरातों के दिन आए है,
मैया रानी आएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी,
घर घर माँ की ज्योत जगी है,
घर घर फेरा पाएगी ॥


10. तु भीख ना देगी तो में शोर मचा दूंगा लिरिक्स


तु भीख ना देगी तो में शोर मचा दूंगा ।
हर मॉगने वाले को तेरा पता बता दूंगा ।

तेरे दर पे जिसने भी झोली फैलायी तुमने मैया उसकी तकदीर बनायी है ।
तेरे नाम की जिसने भी ज्योत जगायी है हर विपदा में तु बनी सहायी है ।
तेरी रहमत के किस्से सारे जग को सुना दूंगा ।
तु भीख ना देगी तो में शोर मचा दूंगा ।

तेर द्धार पे अब तक मॉ ना हुयी सुनवाई है तेरे कानो तक अम्बे पहुचीं ना दुहायी है ।
अब तेरे बच्चो ने तेरी आस लगायी है मै केसे कहूं सबको पत्थर की मायी है ।
मै अपनी भक्ति से पत्थर को पिघला दूंगा ।

तु अपरमपार है मॉ तेरा पार ना पाया है कण कण में हे दाती तेरा नूर समाया है
चंचल की समझ में मॉ अब ये आया है ये दुख सुख तेरी माया है ।
तुम सबकी सुनती हो सबको समझा दुंगा ।
तु भीख ना देगी तो में शोर मचा हर मांगने वाले को तेरा पता बता दूंगा ।
द्धारे खोलो भिखारी आये है ।


11. अम्बे तू है जगदम्बे काली लिरिक्स


अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ॥

तेरे जगत के भक्त जनन पर,
भीड़ पड़ी है भारी माँ,
दानव दल पर टूट पड़ो
करके सिंह सवारी,
सौ सौ सिहों से तू बलशाली,
अष्ट भुजाओं वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ।
अंबे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ॥

माँ बेटे का है इस जग में,
बड़ा ही निर्मल नाता,
पूत कपूत सुने है पर ना,
माता सुनी कुमाता,
सब पे करूणा दर्शाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ।
अंबे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ॥

नहीं मांगते धन और दौलत,
ना चांदी ना सोना माँ,
हम तो मांगें माँ तेरे मन में,
एक छोटा सा कोना,
सबकी बिगड़ी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को सवांरती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ।
अंबे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब,
उतारे तेरी आरती ॥


12. सोच के निकला था तेरे से सब कुछ मांगूगा लिरिक्स


सोच के निकला था तेरे से सब कुछ मांगूगा,
ये भी मांगूगा तेरे से वो भी मांगूगा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥

खाली झोली लेके गया था मैया मैं तेरे दर पे,
बड़ी बड़ी फर्यादे थी जब निकला था घर से,
बेटा मंगू गा तेरे से बेटी मंगू गा,
मेहरो भरे खजाने वाली पेटी मंगू गा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥

क्या मांगू क्या न मांगू मैं फेंसला कर न पाया,
मैंने सोचा मांग लूँगा मैं जो भी मन में आया,
शोरत मांगू गा तेरे से दोलत मांगू गा,
लम्बी उम्र को पाने की मैं मोहलत मांगू गा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥

मुझे पता था मैया दर से खाली नही लोटाती,
देना होता है जब माँ ने तभी वो हमे भुलाती,
दर्शन मांगू गा मैया से किरपा मांगू गा,
मैया मैं तेरे दर से अब तुझको मांगू गा,
लेकिन जब तेरे सामने आया सब कुछ भूल गया,
मुझे याद रही बस तू ही तू माँ झंडेवाले तू ही तू ॥


13. आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई लिरिक्स


आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई,
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई,
हे महारानी तेरी याद आई,
हे महारानी तेरी याद आई,
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई ॥

ज्योत जगाई तेरी याद आई,
चौकीं सजाई तेरी याद आई,
हे महामाई तेरी याद आई,
हे महामाई तेरी याद आई,
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई ॥

आये नवराते तेरी याद आई,
भवन पे आते तेरी याद आई,
चुनरी चढ़ाते तेरी याद आई,
चुनरी चढ़ाते तेरी याद आई,
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई ॥

काज रचाया तेरी याद आई,
शगन मनाया तेरी याद आई,
शीश झुकाया तेरी याद आई,
शीश झुकाया तेरी याद आई,
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई ॥

ढोलक बजाते तेरी याद आई,
भेटें सुनाई तेरी याद आई,
भेटें सुनाई तेरी याद आई,
नाचते नचाते तेरी याद आई,
नचदे नचाते तेरी याद आई,
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई ॥

आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई
हे महारानी तेरी याद आई
हे महारानी तेरी याद आई
आजा आजा रे भवानी तेरी याद आई ॥


14. तू मैया मैं तेरा लाल नी माये लिरिक्स


तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥
रही तू सदा मेरे नाल नी माये ॥
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥
रही तू सदा मेरे नाल नी माये,
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥

ममता दी चुन्नी हेठा मैनु लुका लै ॥
बिंगा ना होन देई बाल नी माये,
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥

मेहरां दा मेरे सर रखे जे हथ तू ॥
तू पूछे मैं दसां हाल नी माये,
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥

मैनु तू रोक लई सौ वारी टोक देई ॥
मारा जे विंगी टेडी छाल नी माये,
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥

लोक परलोक ओहनू किते भी ढोयी ना ॥
चले जो तेरे नाल नाल नी माये,
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥

जदो तू जोड़दी टूटियां डोरां ॥
काल दा आ जांदा काल नी माये,
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥

दोष तू धो दे मेरे, निर्दोष मायीए ॥
तू दयाल मैं निहाल नी माये,
तू मैया मैं तेरा लाल नी माये ॥


15. रण में कूद पड़ी महाकाली लिरिक्स


रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
काले अस्त्र काले शास्त्र
मुंडमाल गल डाली

रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली...

जय काली जय काली महमकाली माँ
जय काली जय काली महमकाली माँ

महिषासुर ने क्रोध बढ़ाया
उठी देवता सबको डराया
सेना ले कर लड़ने आया
माँ ने दृष्टि डाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
काले अस्त्र काले शास्त्र
मुंडमाल गल डाली

रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली...

जय काली जय काली महमकाली माँ
जय काली जय काली महमकाली माँ

योगिनियों ने शोर मचाया
भैरों ने खपर भरवाया
तीन वाण त्रिशूल गदा से
कोई बचा ना खाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
काले अस्त्र काले शास्त्र
मुंडमाल गल डाली

रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली...

जय काली जय काली महमकाली माँ
जय काली जय काली महमकाली माँ

मखीरा पी के माँ पे झपटा
मास सिंह के आ के रपटा
पूंछ घुमा के शेर ने पटका
बकने लगा वो गाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
काले अस्त्र काले शास्त्र
मुंडमाल गल डाली

रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली...

जय काली जय काली महमकाली माँ
जय काली जय काली महमकाली माँ

नही रुकी त्रिशूल की माया
योधन माँ ने गिराया
शरमा के फिर उठ नही पाया
देव बजावे ताली
रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली
काले अस्त्र काले शास्त्र
मुंडमाल गल डाली

रण में कूद पड़ी महाकाली
रण में कूद पड़ी महाकाली...

जय काली जय काली महमकाली माँ
जय काली जय काली महमकाली माँ


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