हंसराज रघुवंशी के भजन लिरिक्स | Hansraj Raghuwanshi Bhajan



Hansraj Raghuwanshi Bhajan Lyrics


1. मेरा भोला है भंडारी करे नंदी कि सवारी भजन लिरिक्स


मेरा भोला है भंडारी,
करे नंदी कि सवारी।

सबना दा रखवाला ओ शिवजी,
डमरूवा वाला जी डमरूवा वाला,
ऊपर कैलाश रेहंदा भोले नाथ जी,
धर्मियो जो तारदे शिवजी,
पापिया जो मारदा जी,
पापिया जो मारदा,
बड़ा ही दयाल मेरा भोले अमली,
ॐ नमः शिवाय शम्भो,
ॐ नमः शिवाय,
महादेवा तेरा डमरू डम डम,
डम डम बजतो जाए रे,
हो महादेवा महादेवा,
ॐ नमः शिवाय शंभू,
ॐ नमः शिवाय ॥

सर से तेरे बहती गंगा,
काम मेरा हो जाता चंगा,
नाम तेरा जब लेता, महादेवा,
मां पिया दे घरे ओ गोरा,
महला च रेहंदी,
जी महला च रेहंदी,
विच समसाना रहंदा भोलेनाथ जी,
कालेया कुंडला वाला,
मेरा भोले बाबा,
किधर कैलाशा तेरा डेरा ओ जी,
सर पे तेरे ओ गंगा मैया विराजे,
मुकुट पे चंदा मामा ओ जी,
ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय शंभू,
ॐ नमः शिवाय ॥


भंग जे पिन्दा ओ शिवजी,
धुनी रमांदा जी धुनी रमांदा,
बड़ा ही तपारी मेरा भोले अमली,
मेरा भोला है भंडारी,
करता नंदी कि सवारी भोले नाथ रे,
ओ शंकर नाथ रे,
मेरा भोला है भण्डारी,
करे नंदी कि सवारी,
शम्भुनाथ रें शंकर नाथ रे,
गौरा भांग रगड़ के बोली,
तेरे साथ है भूतो की टोली,
मेरे नाथ रे शम्भु नाथ रें,
ओ भोले बाबा जी,
दर तेरे मैं आया जी,
झोली खाली लाया जी,
खाली झोली भरदो जी,
कालेया सर्पा वाला,
मेरा भोले बाबा,
शिखरे कैलाशा विच रहंदा ओ जी ॥


2. ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने भजन लिरिक्स


ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,

दोहा – मैं हिमाचल की बेटी,
मेरा भोला बसे काशी,
सारी उमर तेरी सेवा करुँगी,
बनकर तेरी दासी।

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए,
कान्हा जी आए संग राधा भी आए,
डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए,
कान्हा जी आए संग राधा भी आए,
वहाँ सखियों का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

डमरू को सुनकर जी गणपति चले,
गणपति चले संग कार्तिक चले,
डमरू को सुनकर जी गणपति चले,
गणपति चले संग कार्तिक चले,
वहाँ अम्बे का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

डमरू को सुनकर जी रामा जी आए,
रामा जी आए संग लक्ष्मण जी आए,
मैया सिता का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

डमरू को सुनकर के ब्रम्हा चले,
यहाँ ब्रम्हा चले वहाँ विष्णु चले,
डमरू को सुनकर के ब्रम्हा चले,
यहाँ ब्रम्हा चले वहाँ विष्णु चले,
मैया लक्ष्मी का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

डमरू को सुनकर जी गंगा चले,
गंगा चले वहाँ यमुना चले,
डमरू को सुनकर जी गंगा चले,
गंगा चले वहाँ यमुना चले,
वहाँ सरयू का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

डमरू को सुनकर जी सूरज चले,
सूरज चले वहाँ चंदा चले,
डमरू को सुनकर जी सूरज चले,
सूरज चले वहाँ चंदा चले,
सारे तारों का मन भी मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने,
सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥


3. शिव कैलाशो के वासी धौली धारों के राजा भजन लिरिक्स


शिव कैलाशो के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥

तेरे कैलाशों का अंत ना पाया,
तेरे कैलाशों का अंत ना पाया,
अंत बेअंत तेरी माया,
ओ भोले बाबा,
अंत बेअंत तेरी माया,
शिव कैलाशों के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥

बेल की पत्तियां भांग धतुरा,
बेल की पत्तियां भांग धतुरा,
शिव जी के मन को लुभायें,
ओ भोले बाबा,
शिव जी के मन को लुभायें
शिव कैलाशों के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥

एक था डेरा तेरा,
चम्बे रे चौगाना,
दुज्जा लायी दित्ता भरमौरा,
ओ भोले बाबा,
दुज्जा लायी दित्ता भरमौरा,
शिव कैलाशों के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥

शिव कैलाशो के वासी,
धौली धारों के राजा,
शंकर संकट हरना,
शंकर संकट हरना ॥


4. लागी मेरी तेरे संग लगी मेरे शंकरा भजन लिरिक्स


ओ बाबा तेरी क्या ही बात है
भोले शंकरा तेरी क्या ही बात है
दूर होके भी तू साथ है
ओ दूर होके भी तू साथ है
खुद को मैं करदूंगा तुझको समर्पण
मैं तेरा आंसू हूँ तू मेरा दर्पण
तेरे ही होने मेरी साड़ी जिंदगी सधी है
लागी मेरी तेरे संग लगी मेरे शंकरा
लागी मेरी तेरे संग लगी मेरे शंकरा

लागी मेरी प्रीत तेरे संग मेरे शंकरा
लागी मेरी प्रीत तेरे संग मेरे शंकरा

तू पिता है मेरा और तुहि रहेगा
मेरी हर गलती को तू हंस के सहेगा
तेरे ताप से मन का उड़ गया है पंछी
सब तेरी बदौलत है आज ये रघुवंशी
तुहि सूक्ष्म है और तुहि विशाल है
तू ही उत्तर है और तुहि सवाल है
तुहि सत्य है है बाकी जिंदगी विनाश की है

लागी मेरी तेरे संग लगी मेरे शंकरा
लागी मेरी तेरे संग लगी मेरे शंकरा

लागी मेरी प्रीत तेरे संग मेरे शंकरा
लागी मेरी प्रीत तेरे संग मेरे शंकरा

ध्यान में है मगन तन पे ओढ़ के रे चोली
मुझे अपने रंग में रंगले संग खेल मेरे होली
ना आसान है निचे ना है कोई खटोली
मुझे अपने रंग में रंग दे संग खेल मेरे होली

बस भी करो मेरे शंकरा
भांग रगड़ के बोली ये गोरा
तुम नहीं राजी है गोरा लोट के राजी है

लागी मेरी तेरे संग लगी मेरे शंकरा
लागी मेरी तेरे संग लगी मेरे शंकरा

लागी मेरी प्रीत तेरे संग मेरे शंकरा
लागी मेरी प्रीत तेरे संग मेरे शंकरा


5. पार्वती बोली शंकर से भजन लिरिक्स


पार्वती बोली शंकर से
पार्वती बोली शंकर से
सुनिये भोलेनाथ जी

रहना है हर एक जनम में
मुझे तुम्हारे साथ जी
वचन दीजिये ना छोड़ेंगे
कभी हमारा हाथ जी

ओ भोलेनाथ जी ओ शंभूनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंकरनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंभूनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंकरनाथ जी

जैसे मस्तक पे चंदा है
गंगा बसी जटाओ में
वैसे रखना हे अभिनाशी
मुझे प्रेम की छाओ में

जैसे मस्तक पे चंदा है
गंगा बसी जटाओ में
वैसे रखना हे अभिनाशी
मुझे प्रेम की छाओ में

कोई नहीं तुमसा तीनो लोको में
दसो दिशाओ में
महलो से ज्यादा सुख है
कैलाश की खुली हवाओ में

तुम हो जहा वहा होती है
तुम हो जहा वहा होती है
अमृत की बरसात जी

रहना है हर एक जनम में
मुझे तुम्हारे साथ जी
वचन दीजिये ना छोड़ोगे
कभी हमारा हाथ जी

ओ भोलेनाथ जी ओ शंभूनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंकरनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंभूनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंकरनाथ जी

देव हो तुम देवो के भोले
अमर हो अन्तर्यामी हो
भाग्यवान है हम त्रिपुरारी
आप हमारे स्वामी हो

देव हो तुम देवो के भोले
अमर हो अन्तर्यामी हो
भाग्यवान है हम त्रिपुरारी
आप हमारे स्वामी हो

पुष्प विमानों से प्यारी
हमको नंदी की सवारी जी
युगो युगो से पार्वती
भोले तुमपे बलिहारी जी

जब लाओ तुम्ही लाना
जब लाओ तुम्ही लाना
द्वारे मेरे बारात जी
ओ भोलेनाथ जी

ओ भोलेनाथ जी ओ शंभूनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंभूनाथ जी

प्राण मेरे बस्ते है तुम में
तुम बिन मेरी नहीं गति
अग्नि कुंड में होके भष्म
तुम हुयी थी मेरे लिये सती

शिव बिन जैसे शक्ति अधूरी
शक्ति बिन शिव आधे है
जनमो तक ना टूटेंगे
ये जनम जनम के नाते है

तुम ही मेरी संध्या हो गौरी
तुम ही मेरी प्रभात जी
वचन है मेरा ना छोडूंगा
कभी तुम्हारा हाथ जी

सदा रहे है सदा रहेंगे
गौरी शंकर साथ जी

है गौरा पार्वती है गौरा पार्वती
जी भोलेनाथ जी ओ शंकरनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंभूनाथ जी
ओ भोलेनाथ जी ओ शंकरनाथ जी

ओ मेरे भोला है मेरे साथ साथ
मैं झूम झूम के नाचू
मेरे भोला है मेरे साथ साथ
मैं घूम घूम के नाचू

मैं झूम झूम के नाचू
अरे घूम घूम के नाचू

मेरे भोला ओ मेरा भोला
मेरे भोला है मेरे साथ साथ
मैं झूम झूम के नाचू
मेरे भोला है मेरे साथ साथ
मैं घूम घूम के नाचू

ओ भोलेनाथ जी
ओ शंभूनाथ जी


6. आग लगे चाहे बस्ती में भजन लिरिक्स


धूड़ू….. धूड़ू……
सीराज का गाना बजा रहे

रीड़ीया ता रीड़ीया धूड़ भला नाचदा
नाले खोले गोरा तोपदी

रीड़ीया ता रीड़ीया धूड़ भला नाचदा
नाले खोले गोरा तोपदी

हूण वो कताई जो नसदा धूड़ेया
बापूए लड़ तेरे वो लाई

मैं केया चेक इट
अरे आग लगे चाहे बस्ती में
बाबा तो रहता मस्ती में
त्र्यंबकम यजामहे
सीराज का गाना बजा रहे

मैं केया भोले के बाराती
पार्वती की डोली
भोले की टोली बोले भोले की बोली

अरे आग लगे चाहे बस्ती में
बाबा तो रहता मस्ती में

माल की बीड़ी सस्ती है
आजा बैठ जा कश्ती में

असे भले होंदे मड़िया रे जोगी
तू तां होन्दी राजे दी बेटी
असे भले होंदे मड़िया रे जोगी
तू तां होन्दी राजे दी बेटी
सीराज का गाना बाजा रहे

अरे आग लगे चाहे बस्ती में
बाबा तो रहता मस्ती में

त्र्यंबकम यजामहे
सीराज का गाना बजा रहे

मैं केया भोले के बाराती
पार्वती की डोली
भोले की टोली बोले भोले की बोली

माल की बीड़ी सस्ती है
आजा बैठ जा कश्ती में

रीड़ीया ता रीड़ीया धूड़ भला नाचदा
नाले खोले गोरा तोपदी

हूण वो कताई जो नसदा धूड़ेया
बापूए लड़ तेरे वो लाई.
सीराज का गाना बाजा रहे

अरे आग लगे चाहे बस्ती में
बाबा तो रहता मस्ती में


7. गंगा किनारे चल जाणा मुड़ के फिर नहीं आणा भजन लिरिक्स


बम बम भोला, बम बम भोला,
कह साधु कह गए कबीरा,
कह साधु कह गए फकीरा,
क्या तेरा क्या मेरा कबीरा,
सारा ये खेल है तकदीरों का,
क्या तूने ले जाणा, सब यहीं रह जाणा,
गंगा किनारे चल जाणा,
मिटटी है मूरत, जींद है निमाणी,
गंगा किनारे चल जाणा,
मुड़ के फिर नहीं आना,

ये जीवन तेरा लकड़ी का पुतला,
ये ज़ीवन तेरा लकड़ी का पुतला,
आग लगे जल जाणा, 
मुड़के फिर नहीं आना,
मिटटी है मूरत, जींद है निमाणी,
गंगा किनारे चल जाणा,
मुड़ के फिर नहीं आना,

ये जीवन तेरा माटी का पुतला,
ये जीवन तेरा माटी का पुतला,
माटी में ही मिल जाणा,
गंगा किनारे चल जाणा,
मिटटी है मूरत, जींद है निमाणी,
गंगा किनारे चल जाणा,
मुड़ के फिर नहीं आना,

ये जीवन तेरा मोह धागे,
गाँठ लगे टूट जाणा,
मुड़ के फिर नहीं आणा,
गंगा किनारे चल जाणा,
मिटटी है मूरत, जींद है निमाणी,
गंगा किनारे चल जाणा,
मुड़ के फिर नहीं आना,

तेरे अपने ही तुझको जलाएंगे,
कुछ दिन रोएंगे फिर भूल जायेंगे,

गंगा किनारे चल जाणा,
मुड़ के फिर नहीं आणा,
मिटटी है मूरत, जींद है निमाणी,
गंगा किनारे चल जाणा,
मुड़ के फिर नहीं आना,


8. राधे राधे बोल मना भजन लिरिक्स


राधे, राधे राधे बोल मना,
तन का क्या पता,
राधे, राधे राधे बोल मना,
तन का क्या पता,

मन तो है चंचल,
तन तो है पिंजरा,
पिंजरे में है तेरा वास,
मन तो है चञ्चल,
तन तो है पिंजरा,
पिंजरे में है तेरा वाश,
राधे, राधे राधे बोल मना,
तन का क्या पता,

राधा है गर मिश्री,
तो मिठास है बिहारी,
राधा है गर मोहिनी,
तो मोहन है बिहारी,
राधा है गर गंगा,
तो धार है बिहारी,
राधा है गर भोली,
तो चंचल है बिहारी,
इक दूजे के रंग में रहे हैं,
एक है चंदा एक चकोरी,
इक दूजे के रँग में रहे हैं,
एक है चंदा एक चकोरी,
राधे, राधे राधे बोल मना,
तन का क्या पता,

बरसाने की लाड़ली राधा,
हर लेती है सब दुःख बाधा,
राधा के संग झूमें कान्हाँ,
कान्हाँ के संग झूमीं सखियाँ,
ये अंबर बोले राधा, 
बृज मंडल बोले राधा,
कान्हाँ की मुरली बोले राधा,
राधा राधा बस राधा,
इश्क तृष्णा, ओ मेरे कृष्णा,
मीरा रोये दिन रात,
विष क्या होता, शम्भू से पूछो,
मीरा से पूछो ना ये बात,
राधे, राधे राधे बोल मना,
तन का क्या पता,

गोपाल गोविन्द बोल मना,
हरी हरी बोल मना,
कृष्णा, राधे कृष्णा बोल मना,
राधे श्याम बोल मना,
राधे, राधे राधे बोल मना,
तन का क्या पता,
राधे, राधे राधे बोल मना,
तन का क्या पता,


9. शिव समा रहे मुझमें भजन लिरिक्स


ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय

शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ,
शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ ।

क्रोध को, लोभ को
क्रोध को, लोभ को
मैं भष्म कर रहा हूँ,
शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ,
ॐ नमः शिवाय,
शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ,
ॐ नमः शिवाय ।

ब्रह्म मुरारी सुरार्चिता लिंगम,
निर्मल भाषित शोभित लिंगम,
जन्मज दुखः विनाशक लिंगम,
तत् प्रनमामि सदा शिव लिंगम ।

ब्रह्म मुरारी सुरार्चिता लिंगम,
निर्मल भाषित शोभित लिंगम,
जन्मज दुखः विनाशक लिंगम,
तत् प्रनमामि सदा शिव लिंगम ।

तेरी बनाई दुनिया में कोई,
तुझसा मिला नहीं,
मैं तो भटका दर बदर कोई,
किनारा मिला नहीं,
जितना पास तुझको पाया,
उतना खुद से दूर जा रहा हूँ,
शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ,
ॐ नमः शिवाय,
शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ,
ॐ नमः शिवाय ।


मैंने खुदको खुद ही बंधा,
अपनी खींची लकीरों में,
मैं लिपट चूका था,
इच्छा की जंजीरों में ।

अनंत की गहराइयों में,
समय से दूर हो रहा हूँ,
शिव प्राणों में उतर रहे,
और मैं मुक्त हो रहा हूँ ।

” उठो हंसराज उठो
उठो वत्श उठो “

वो सुबह की पहली किरण में,
वो कस्तूरी बन के हिरन में,
मेघों में गरजे, गूंजे गगन में,
रमता जोगी रमता मगन में ।

वो ही आयु में,
वो ही वायु में,
वो ही जिस्म में,
वो ही रूह में,
वो ही छाया में,
वो ही धुप में,
वो ही हर एक रूप में ।

ओ भोले
ओ…

क्रोध को, लोभ को
क्रोध को, लोभ को
मैं भष्म कर रहा हूँ,
शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ,
ॐ नमः शिवाय,
शिव समा रहे मुझमें,
और मैं शुन्य हो रहा हूँ,
ॐ नमः शिवाय ।


10. भोलेनाथ से प्यार भजन लिरिक्स


जबसे तूने थमा है
बाबा मेरा हाथ
दुनिया अब दिखती नही
सब दीखते भोलेनाथ
मुझको तुझपे सबसे ज्यादा
ऐतबार हो गया

भोलेनाथ पता नहीं
तुझसे प्यार कब कब हो गया
भोलेनाथ पता नहीं
तुझसे प्यार कब कब हो गया

आपकी तारीफ में
कोई शब्द मेरे पास नहीं
आपके शिवा दुनिया में
अब कोई मेरा ख़ास नहीं

तेरे चरणो में रे बाबा
सबेरे से दिन ढल गया
तेरी भक्ति में है सारा
मोह मेरा सो गया

भोलेनाथ पता नहीं
तुझसे प्यार कब कब हो गया
भोलेनाथ पता नहीं
तुझसे प्यार कब कब हो गया

ओझल करके तू मुझे
भोले यु बाहो में लपेट ले
करुणा की वो हर महिमा दे मुझको
खुदमे मुझको समेट ले

भोले…. ए….

तुझसे ना बड़ा कोई ग्यानी है
ना मुझसे बड़ा कोई अज्ञानी है
ज्ञान की मुझको रौशनी दे
इतनी सी दृष्टि तू सौप दे

तेरी बदौलत बेशुरा
सुर्र राग में है ढल गया
तेरे ही प्रेम और भक्ति में
मेरा नामो निशाँ हो गया

भोलेनाथ पता नहीं
तुझसे प्यार कब कब हो गया
भोलेनाथ पता नहीं
तुझसे प्यार कब कब हो गया

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