10 लोकप्रिय नवरात्री भजन लिरिक्स, Navratri Bhajan Lyrics

Navratri Bhajan Lyrics


नवरात्री भजन लिरिक्स


1. आए तेरे भवन देदे अपनी शरण भजन लिरिक्स


आए तेरे भवन,
देदे अपनी शरण,
रहे तुझ में मगन,
थाम के यह चरण,
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी,
हे माता जलती रहे ॥

उत्सव मनाये, नाचे गाये,
चलो मैया के दर जाएँ,
चारो दिशाए चार खम्बे बनी हैं,
मंडप पे आसमा की चादर तनी है,
सूरज भी किरणों की माला ले आया,
कुदरत ने धरती का आँगन सजाया,
करके तेरे दर्शन,
झूमे धरती गगन,
सन नन नन गाये पवन,
सभी तुझ में मगन,
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी,
हे माता जलती रहे ॥

फूलों ने रंगों से रंगोली सजाई,
सारी धरती यह महकायी,
चरणों में बहती है गंगा की धारा,
आरती का दीपक लगे हर एक सितारा,
पुरवइया देखो चवर कैसे झुलाए,
ऋतुएँ भी माता का झुला झुलायें,
पा के भक्ति का धन,
हुआ पावन यह मन,
कर के तेरा सुमिरन,
खुले अंतर नयन,
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी,
हे माता जलती रहे ॥

आए तेरे भवन,
देदे अपनी शरण,
रहे तुझ में मगन,
थाम के यह चरण,
तन मन में भक्ति ज्योति तेरी,
हे माता जलती रहे ॥


 

2. तेरा भवन सजा जिन फूलों से लख्खा जी भजन लिरिक्स


तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ,
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ ॥

उन फूलों को देवता नमन करे,
तेरी माला बनी जिन फूलों की,
तू झूलती जिनमे माला पहन,
क्या शान है माँ उन झूलों की,
कभी वैसी दया हम पर होगी,
तेरे भक्तो को पूरी आस है माँ।

तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ,
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ ॥

कुछ फूल जो साची निष्ठा के,
तेरी पावन पिण्डिया पे है चढ़े,
तेरी महक में उनकी महक घुली,
ये भाग्यवान है सबसे बड़े,
हर भाग्य की रेखा बदलने की,
दिव्य शक्ति तुम्हारे पास है माँ।

तेरा भवन सजा जिन फूलों से,
उन फूलों की महिमा खास है माँ,
बड़ा गर्व है उनको किस्मत पर,
तेरा हुआ जो उनमे निवास है माँ ॥

नित गगन की छत से सतरंगे,
तेरे मंदिरो पे फूल है बरसे माँ,
उन फूलो को माथे लगाने को,
तेरे नाम के दिवाने तरसे माँ,
“लख्खा” पे रहेगी तेरी दया,
“निर्दोष” को ये विश्वास है माँ ॥


3. तेरे दरबार में मैया खुशी मिलती है लिरिक्स


तेरी छाया मे, तेरे चरणों मे,
मगन हो बैठूं, तेरे भक्तो मे॥

तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है,
जिंदगी मिलती है रोतों को हँसी मिलती है॥

इक अजब सी मस्ती तन मन पे छाती है,
हर इक जुबां तेरे ओ मैया गीत गाती है,
बजते सितारों से मीठी पुकारो से,
गूंजे जहाँ सारा तेरे ऊँचे जयकारो से,
मस्ती मे झूमे तेरा दर चूमे,
तेरे चारो तरफ दुनिया ये घुमे,
ऐसी मस्ती भी भला क्या कहीं मिलती है,
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है॥

मेरी शेरों वाली माँ तेरी हर बात अच्छी है,
करनी की पूरी है माता मेरी सच्ची है,
सुख-दुख बँटाती है अपना बनाती है,
मुश्किल मे बच्चे को माँ ही काम आती है,
रक्षा करती है भक्त अपने की,
बात सच्ची करती उनके सपनो की,
सारी दुनिया की दौलत यही मिलती है,
तेरे दर बार मे मैया खुशी मिलती है॥

रोता हुआ आये जो हँसता हुआ जाता है,
मन की मुरादो को वो पाता हुआ जाता है,
किस्मत के मारो को रोगी बीमारों को,
करदे भला चंगा मेरी माँ अपने दुलारौ को,
पाप कट जाये चरण छूने से,
महकती है दुनिया माँ धुने से,
फिर तो माँ ऐसी कभी क्या कहीं मिलती है,
तेरे दरबार मे मैया खुशी मिलती है॥


4. मेरी अंखियों के सामने ही रहना ओ शेरोवाली जगदंबे लिरिक्स


मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥

हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के,
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के ।
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के,
हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के ॥

हम तो हैं चाकर मैया तेरे दरबार के,
भूखे हैं हम तो मैया तेरे ही प्यार के ।

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥

विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ,
विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ ।

विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ,
विनती हमारी भी अब करो मंज़ूर माँ ।

चरणों से हमको कभी करना न दूर माँ ।

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ।

मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना,
मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना ।

मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना,
मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना ।

शेरों वाली जगदम्बे आँचल में मुझे छिपा लेना ॥
मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ।

तुम ही हो शिव जी की शक्ति मैया शेरों वाली,
तुम ही हो शिव जी की शक्ति मैया शेरों वाली,
तुम ही हो शिव जी की शक्ति मैया शेरों वाली ॥

तुम ही हो दुर्गा हो अम्बे मैया तुम हो काली ।
बन के अमृत की धार सदा बहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥

तेरे बालक को तभी माँ सबर आए,
तेरे बालक को तभी माँ सबर आए,
तेरे बालक को हाँ-हाँ, तेरे बालक को मैया ।
तेरे बालक को तभी माँ सबर आए
तेरे बालक को तभी माँ सबर आए ॥

जहाँ देखूं माँ तू ही तू नज़र आये ।
मुझे इसके सीवे कुछ ना कहना
ओ शेरों वाली जगदम्बे ।
मुझे इसके सीवे कुछ ना कहना
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥

देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी,
देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी ।

देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी,
देदो शर्मा को भक्ति का दान मैया जी ॥

लक्खा गाता रहे तेरा गुणगान मैया जी ।
है भजन तेरा भक्तो का गहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ॥

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ।

मेरी अखियों के सामने ही रहना,
ओ शेरों वाली जगदम्बे ।

 

5. बड़ा प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी लिरिक्स


॥ दोहा ॥

दरबार तेरा दरबारों में,
एक ख़ास अहमियत रखता है,
उसको वैसा मिल जाता है,
जो जैसी नियत रखता है ॥

बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी,
भक्तों की लगी है कतार भवानी,
तेरे भक्तों की लगी है कतार भवानी ॥

ऊँचे पर्वत भवन निराला,
आके शीश नवावे संसार भवानी,
शीश निवावे संसार भवानी,
बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी ॥

जगमग जगमग ज्योत जगे है,
तेरे चरणों में गंगा की धार भवानी,
चरणों में गंगा की धार भवानी,
तेरे भक्तों की लगी है कतार भवानी ॥

लाल चुनरिया लाल लाल चूड़ा,
गले लाल फूलों के सोहे हार भवानी,
लाल फूलों के सोहे हार भवानी,
बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी ॥

सावन महीना मैया झूला झूले,
देखो रूप कंजको का धार भवानी,
रूप कंजको का धार भवानी,
बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी ॥

पल में भरती झोली खाली,
तेरे खुले दया के भण्डार भवानी,
खुले दया के भण्डार भवानी,
तेरे भक्तों की लगी है कतार भवानी ॥

लख्खा को है तेरा सहारा माँ,
हम सब को है तेरा सहारा,
करदे अपने सरल का बेडा पार भवानी,
करदे सरल का बेडा पार भवानी,
बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी ॥

बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी,
भक्तों की लगी है कतार भवानी,
तेरे भक्तों की लगी है कतार भवानी ॥


6. बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया लिरिक्स


दोहा – सदा पापी से पापी को भी तुम,
माँ भव सिंधु तारी हो,
फसी मझधार में नैया को भी,
पल में उबारी हो,
ना जाने कौन ऐसी भूल,
मुझसे हो गयी मैया,
तुम अपने इस बालक को माँ,
मन से बिसारी हो ॥

बिगड़ी मेरी बनादे,
ए शेरों वाली मैया,
अपना मुझे बनाले,
ए मेहरों वाली मैया ॥

दर्शन को मेरी अखियाँ,
कब से तरस रहीं हैं,
सावन के जैसे झर झर,
अखियाँ बरस रहीं हैं,
दर पे मुझे बुला ले,
ए शेरों वाली मैया।
बिगड़ी मेरी बना दे,
ए शेरों वाली मैया ॥

आते हैं तेरे दर पे,
दुनिया के नर और नारी,
सुनती हो सब की विनती,
मेरी मैया शेरोवाली,
मुझ को दरश दिखा दे,
ए मेहरों वाली मैया।
बिगड़ी मेरी बना दे,
ए शेरों वाली मैया ॥

‘शर्मा’ पे मेरी मैया,
द्रष्टि दया की कर माँ,
चरणों की धूल देकर,
‘लख्खा’ की झोली भर माँ,
मरते को अब जिलादे,
ए शेरों वाली मैया।
बिगड़ी मेरी बना दे,
ए शेरों वाली मैया ॥

बिगड़ी मेरी बनादे,
ए शेरों वाली मैया,
अपना मुझे बनाले,
ए मेहरों वाली मैया ॥

 

7. लाल लाल चुनरी सितारो वाली लख्खा जी लिरिक्स


लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरोवाली,

जिसको ब्रह्मा ने बनाया,
जिसको विष्णु ने सजाया,
जिसको भोले ने रंग में रंग डाली,
लाल लाल चुनरी सितारों वाली,
सितारो वाली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरोवाली॥

रंग चुनरी का शक्ति अपार देता,
पाप मन में बसे इसको मार देता,
जिसने सारी अला बला,
भगतो की टाली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरावाली॥

इसके कोने में रिद्धि- सिद्धि रहती है,
शुभ और लाभ भक्तो को देती है,
भक्तो के मन को यह चुनरी भाने वाली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरावाली॥

जिसको ब्रह्मा ने बनाया,
जिसको विष्णु ने सजाया,
जिसको भोले ने रंग में रंग डाली,
लाल लाल चुनरी सितारों वाली,
सितारो वाली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरावाली॥

माँ के सर पे यह चुनड़ी,
सुहानी लगती,
सारी दुनिया है माँ की,
दीवानी लगती,
दुख के बादल दूर यह,
भगाने वाली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरावाली॥

अपनी चुनरी की छाया में,
बिठा ले ‘श्याम’ को,
‘लक्खा’ जपता रहे,
माँ तुम्हारे नाम को,
भक्तो को दे दे माँ,
अमृत की प्याली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरावाली॥

लाल लाल चुनरी सितारो वाली,
सितारो वाली,
जिसे ओढकर आई है,
माँ शेरावाली,


8. जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी लिरिक्स


जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी ।
तुमको निशदिन ध्यावत,
हरि ब्रह्मा शिवरी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

मांग सिंदूर विराजत,
टीको मृगमद को ।
उज्ज्वल से दोउ नैना,
चंद्रवदन नीको ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कनक समान कलेवर,
रक्ताम्बर राजै ।
रक्तपुष्प गल माला,
कंठन पर साजै ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

केहरि वाहन राजत,
खड्ग खप्पर धारी ।
सुर-नर-मुनिजन सेवत,
तिनके दुखहारी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कानन कुण्डल शोभित,
नासाग्रे मोती ।
कोटिक चंद्र दिवाकर,
सम राजत ज्योती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

शुंभ-निशुंभ बिदारे,
महिषासुर घाती ।
धूम्र विलोचन नैना,
निशदिन मदमाती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

चण्ड-मुण्ड संहारे,
शोणित बीज हरे ।
मधु-कैटभ दोउ मारे,
सुर भयहीन करे ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

ब्रह्माणी, रूद्राणी,
तुम कमला रानी ।
आगम निगम बखानी,
तुम शिव पटरानी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

चौंसठ योगिनी मंगल गावत,
नृत्य करत भैरों ।
बाजत ताल मृदंगा,
अरू बाजत डमरू ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

तुम ही जग की माता,
तुम ही हो भरता,
भक्तन की दुख हरता ।
सुख संपति करता ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

भुजा चार अति शोभित,
वर मुद्रा धारी । [खड्ग खप्पर धारी]
मनवांछित फल पावत,
सेवत नर नारी ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

कंचन थाल विराजत,
अगर कपूर बाती ।
श्रीमालकेतु में राजत,
कोटि रतन ज्योती ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

श्री अंबेजी की आरति,
जो कोइ नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी,
सुख-संपति पावे ॥
ॐ जय अम्बे गौरी..॥

जय अम्बे गौरी,
मैया जय श्यामा गौरी ।


9. अम्बे तू है जगदम्बे काली लिरिक्स


अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेर ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

माता तेरे भक्त जानो पर भीड़ पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
सो सो सिंघो से बलशाली,
अष्ट भुजाओं वाली,
दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
औ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेर ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

माँ बेटे की है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता,
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता ।
सबपे करुणा दर्शाने वाली,
अमृत बरसाने वाली,
दुखिओं के दुखड़े निवारती ।

माता तेरे भक्त जानो पर भीड़ पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
सो सो सिंघो से बलशाली,
अष्ट भुजाओं वाली,
दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
औ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेर ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।

नहीं मांगते धन और दौलत ना चांदी ना सोना,
हम तो मांगे माँ तेरे मन में एक छोटा सा कोना ।
सब की बिगड़ी बनाने वाली,
लाज बचाने वाली,
सतिओं के सत को सवारती ।

माता तेरे भक्त जानो पर भीड़ पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ कर के सिंह सवारी ।
सो सो सिंघो से बलशाली,
अष्ट भुजाओं वाली,
दुखिओं के दुखड़े निवारती ।
औ मैया हम सब उतारे तेरी आरती।

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेर ही गुण गायें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ।


10. मैया का चोला है रंगला शेरोवाली का चोला है रंगला लिरिक्स


मैया का चोला है रंगला,
शेरोवाली का चोला है रंगला॥

दोहा – लाली मेरी मात की,
जित देखु तीत लाल,
लाली देखन मै गया,
मै भी हो गया लाल॥

मैया का चोला हैं रंगला,
शेरोवाली का चोला है रंगला,
मेहरोवाली का चोला है रंगला,
जोतावाली का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला,
माँ वैष्णो का चोला है रंगला,
हो भवन मैया का लाल,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला॥

सुवा चोला अंग बिराजे,
सुवा चोला अंग बिराजे,
सुवा सुवा चोला अंग बिराजे,
लगी किनारी लाल चोला है रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला हैं रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला॥

सिर सोने का छत्र बिराजे,
सिर सोने का छत्र बिराजे,
हिरे अपरम्पार चोला है रंगला,
मैया का चोला हैं रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला॥

अश्विन चैत महीना आवे,
अश्विन चैत महीना आवे,
चले पवन की चाल चोला है रंगला,
मैया का चोला हैं रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला॥

पान सुपारी ध्वजा नारियल,
पान सुपारी ध्वजा नारियल,
माँ की भेंट चढ़ा के चोला है रंगला,
मैया का चोला हैं रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला॥

शेरोवाली माता मेरी,
हो शेरोवाली माता मेरी,
मेहरोवाली माता मेरी,
मेहरोवाली माता मेरी,
सबको करे निहाल चोला है रंगला,
मैया का चोला हैं रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला॥

मैया का चोला हैं रंगला,
शेरोवाली का चोला है रंगला,
मेहरोवाली का चोला है रंगला,
जोतावाली का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला,
माँ वैष्णो का चोला है रंगला,
हो भवन मैया का लाल,
चोला है रंगला रंगला,
रंगला रंगला,
मैया का चोला है रंगला,
अंबे रानी का चोला है रंगला॥

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