
जिसने साधे रघुवर के सारे काम है भजन लिरिक्स
जिसने साधे रघुवर के,
सारे काम है,
जिसकी हर साँस पे,
केवल राम का नाम,
जो राम दीवाना,
कहलाता सरेआम है,
जो राम दीवाना,
कहलाता सरेआम है,
वो हनुमान है,
वो हनुमान है॥
तर्ज – जिसकी ऊँगली पे चलता।
जो सात समुन्दर लांघे,
और पल में लंका जलाए,
जो अपने इस बल को भी,
बस राम कृपा बतलाए,
जिसके मन में ना,
कण भर भी अभिमान है,
वो हनुमान है,
वो हनुमान है॥
वो राम जो जग का दाता,
जिस राम से दुनिया सारी,
जिसने कितनो की नैया,
भव सागर पार उतारी,
उस राम पे भी जिस,
सेवक का अहसान है,
वो हनुमान है,
वो हनुमान है॥
जो जीत सके हरि मन को,
वो तीर नहीं तरकश में,
‘सोनू’ हनुमान सिखाते,
भगवन भगत के वश में,
जिसके सुमिरन से,
मिल जाते प्रभु राम है,
वो हनुमान है,
वो हनुमान है॥
जिसने साधे रघुवर के,
सारे काम है,
जिसकी हर साँस पे,
केवल राम का नाम,
जो राम दीवाना,
कहलाता सरेआम है,
जो राम दीवाना,
कहलाता सरेआम है,
वो हनुमान है,
वो हनुमान है॥