कृष्ण जन्म सोहर लिरिक्स | Krishna Janm Sohar Lyrics

Krishna Janm Sohar Lyrics
Shree Krishna


कृष्ण जन्म सोहर लिरिक्स


1. देवकी'के कोखि'सँ जनमल कृष्ण कन्हैया रे सोहर लिरिक्स



देवकी'के कोखि'सँ जनमल कृष्ण कन्हैया रे 
ललना रे विधि के लिखल संजोग यशोदा भेली मैया रे ! ( x2 )

जेहल'मे जननी'के नोर देवकी'के लाल दूर गेल रे   
ललना रे सोचि'क' केलथि संतोख  नेना'के प्राण बचि गेल रे ! ( x2 )

पुलकित नन्द'के दुआरि जनम'लेल बालक रे 
ललना रे देखू सखी रूप निहारि देखथि मैया अपलक रे ! ( x2 )

दीनघर बसन के दान कि संगे अन्न द्रव दान रे 
ललना रे गोकुला'मे नवल विहान बढ़ल नन्द-वंश मान रे ! ( x2 )

सुनू सुनू माय यशोदा जीबहु पूत तोहर रे 
ललना रे पलना'मे डोलथि कन्हैया रचल शिव सोहर रे ! ( x2 )


2. जन्मे है कृष्ण कन्हाई गोकुल में देखो बाजे बधाई सोहर लिरिक्स


जन्मे है कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई,
बाजे बधाई देखो बाजे बधाई,
बाजे बधाई देखो बाजे बधाई,
जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई ॥

जमुना भी धन्य हुई,
छूके चरण को,
लेके वसुदेव चले,
प्यारे ललन को,
वो दिए कान्हा को बृज पहुंचाई ॥

गोकुल में देखो बाजे बधाई,
जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई ॥

धन्य हुई ये बृजभूमि सारी,
त्रिलोकी नाथ जन्मे कृष्णमुरारी,
ओ सारी नगरी है आज हरषायी ॥

गोकुल में देखो बाजे बधाई,
जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई ॥

अन धन लुटावे बाबा,
पायल और छल्ला,
लडूवा बटें और पेड़ा,
बर्फी रसगुल्ला,
मैया तो फूली ना समायी ॥

गोकुल में देखो बाजे बधाई,
जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई ॥

दाऊ लुटावे सोना,
चांदी और जेवर,
छाया अनंद आज,
खुशियां है घर घर,
वो देख देख हँसते है कन्हाई ॥

गोकुल में देखो बाजे बधाई,
जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई ॥

जन्मे है कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई,
बाजे बधाई देखो बाजे बधाई,
बाजे बधाई देखो बाजे बधाई,
जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई,
गोकुल में देखो बाजे बधाई ॥


3. नन्द घर बजत बधईयाँ सोहर लिरिक्स


नन्द घर बजत बधईयाँ यशोदा घर सोहर हो
ललना जन्में हैं कृष्ण कन्हैया तीनों ही कुल
तारन हो ये ललना जन्में है कृष्ण कन्हैया
तीनो ही कुल तारन हो ॥

बोलवहू नगर से डगरीन नरीया कटावहुं हो
ललना ले आवहुं, सोने के कठौतिया त कान्हा
नहलावहु कन्हईया नहलावहु हो ॥

ले आव बांस के सुपलवा कन्हईया निहुछावहु
हो ललना ले आवहु पियर पिताम्बर कन्हईया
पहिनावहु कान्हा पहिनावहु हो ॥

ले आवहु सोने के मुकटवा त मोर पंख लगावल हो ललना लें
आवहु पैर पयजनीयां
तो कान्हा पहिनावहु कन्हइया पहिनावाहु हो ॥

कान्हा के पांव पयजनीया तो बड़ा निक लागेला
मनमा के भावेला हो ललना झूम झूम बजे
पयजनियां अजब मन मोहेला हो ॥

ठुमकी ठुमकी कान्हा चललन नन्द राजा के
आँगन हो ललना विहसी विहसी मनमा मोहत
यशोदा रानी धन्य भइलन हो ॥

ले आवहू सोने के सिंहासन तो कान्हां बैठावहु
कन्हइया बैठावहु हो ललना ले आवहु
सूरही गाय के दूधवा तो कान्हा के पिलावहुं
यशोदा घर बजेला बधईया सखीअ सब सोहर
गावय हो ललना नन्द लुटावत हिरा, मोतिया तो कुल
के तारन अइलन हो ॥


4. जुग जुग जीवे री यसोदा मैया तेरो ललना लिरिक्स


जुग जुग जीवेरी,
यशोदा मैया तेरो ललना,
तेरो ललना री मैया झूले पलना,
तेरो ललना री मैया झूले पलना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना ॥

जिसके चरणों की दासी,
कहलाती है माया,
यशोमति माँ तू बड़भागी,
ऐसा लाल है पाया,
मैया तेरे कृष्ण लला की,
ना कोई तुलना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना ॥

कारी कारी अखियां मैया,
घुंघराले है बाल,
जो भी देखे कान्हा को वो,
हो जाए निहाल,
काली टिकी कर दे मैया,
मान ले कहना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना ॥

धन्य हुई है ब्रज नगरी माँ,
धन्य हुआ वृन्दावन,
पाँव तेरे कान्हा के पड़ गए,
हो गई धरती पावन,
देवता भी चाहे कान्हा के,
दर्शन करना,
जुग जुग जीवें री,
यशोदा मैया तेरो ललना ॥


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