हंसला भजन लिरिक्स
1. हंस हंस मिठो जग में बोलणो भजन लिरिक्स
।। दोहा ।।
दुर्लभ मानुष जन्म है, देह न बारम्बार ।
तरुवर ज्यों पत्ता झड़े, बहुरि न लागे डार।
हँस हँस मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
नदी रे किनारे एक रुखड़ो रे ,
हंसला जद कद होवेला विनास।
पेला झड़सी पानड़ा रे ,
जड़ियाँ रे मूल सूं जाय।
मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
पत्ता पड़ंता यूँ बोलीया ओ ,
हंसला सुनता म्हारी बात।
अबके बिछड्या नाय मिलाला ,
पड़ गई दूरां जाय।
मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
हंस आया हंसा रे खेत में ओ ,
हंसला मूरख मारण जाय।
हठ जा मूरख बावळा रे ,
हंसो धन केरो खाय।
मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
रतन तलाई जल भरीयो ओ ,
हंसला हँस राजा बैठा आय।
प्रीत पुराणी कारणे ओ ,
चुग चुग कंकर खाय।
मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
हंस आया हंसला रे पावणा ओ ,
हंसला काई करा मनवार।
लाला रो करूँ बिछावणों रे ,
मोतीड़ा री करूँ मनुहार।
मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
चौपत ढाळी चोवटे ओ ,
हंसला खेले संत सुजान।
कोई एक बाजी जीत गया ओ ,
कोई कोई गया रे हार।
मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
गंगा से यमुना बड़ी हो ,
हंसला तीरथ बड़ो है केदार।
दास डूंगरपुरी बोलीया ओ ,
अमरापुर घर बार।
मीठो जग में बोलणो रे ,
हंसला फेर मिलाला नाय।
2. हंसला उड़ जा हंस वाली चाल लिरिक्स
हंसला उड़ जा,
उड़ जा हंस वाली चाल,
बुगलां री चाल्यां हंसला छोड़ दे ।।
हंसला चुगले चुगले,
मोतीड़ां रो चूंण,
मच्छीयां नें खाणी हंसा छोड़ दे।।
हंसला बोलो बोलो,
कोयल जेड़ा बोल,
कांगा री बोली हंसा छोड़ दे।।
हंसला नहा ले नहा ले,
समुदरीयां रे मांय,
छीलर रो न्हाणो हंसा छोड़ दे ।।
हंसला बैठो बैठो,
सत री संगत रे मांय,
पापीड़ां रो संग हंसा छोड़ दे।।
हंसला बोल्या बोल्या,
सन्त कबीर,
भजनां में मनड़ो जोड़ दे ।।
हंसला उड़ जा,
उड़ जा हंस वाली चाल,
बुगलां री चाल्यां हंसला छोड़ दे ।।
3. हंसला चुगले मोतीड़ा रो चून लिरिक्स
अरे हंसला रे चुगले चुगले मोतीड़ा रो चून,
कोई मोतीड़ा रो चून कांकरिया चुगना छोड़ दे,
अरे हंसला रे चुगले चुगले मोतीड़ा रो चून,
कोई मोतीड़ा रो चून कांकरिया चुगना छोड़ दे,
अरे हँसला रे बोली बोली कोयल जेड़ा बोल,
कोई कोयल जैड़ा बोल कागा री बोली छोड़ दे,
हँसला रे चाली चाली हंसले वाली चाल,
बगुलां री चाली छोड़ दे अरे हंसला रे, चुगले चुगले,
मोतीड़ा रो चून कोई मोतीड़ा रो चून,
कांकरिया चुगना छोड़ दे,
हंसला रे जीवनो जीवनो जग में दिनड़ा चार,
कोई जुग में दिनड़ा चार माला फेरो हरी रे नाम की,
अरे हँसला रे आयो आयो सावणियै रो मास,
कोई सावणियै रो मास भादवो केडो गाजियों रे,
अरे हंसला रे, चुगले चुगले मोतीड़ा रो चून,
कोई मोतीड़ा रो चून कांकरिया चुगना छोड़ दे,
अरे हँसला रे बरसे बरसे, मेहड़लो मझधार,
कोई मेहड़लो मझधार हां भरिया रे नाडी नाडिया,
हंसला रे, लेवणो लेवणो राम जी रो नाम,
कोई राम जी रो नाम भजना री बांधो गांठड़ी,
अरे हंसला रे, चुगले चुगले मोतीड़ा रो चून,
कोई मोतीड़ा रो चून कांकरिया चुगना छोड़ दे,